Ghar me dakhil hone aur nikalne ki dua || घर में दाखिल होने और निकलने की दुआ – सारी दुआएं

 अस्सलामुअलैकुम मेरे भाइयों और बहनों उम्मीद करता हूंँ सब खैरियत से होंगे, आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कि घर में दाखिल होने की दुआ और घर से निकलने की दुआ कौन-कौन सी हैं।


    1. Ghar me dakhil hone ki dua | घर में दाखिल होने की दुआ 

    Ghar me dakhil hone ki dua, ghar mein dakhil hone ki dua, bismillahi walajna


    अरबी:-

    بِسْمِ اللّٰهِ وَلَجْنَا، وَبِسْمِ اللّٰهِ خَرَجْنَا، وَعَلَى رَبِّنَا تَوَكَّلْنَا 

    बिस्मिल्लाही वलज़ना, व बिस्मिल्लाही खरज़ना, व अला रब्बिना तवक्कलना।


    हिंदी:-

    हम अल्लाह के नाम पर दाखिल होते हैं, अल्लाह के नाम पर हम निकल जाते हैं और हम अपने रब पर भरोसा रखते हैं।


    2.1. Ghar se nikalne ki dua | घर से निकलने की दुआ 

    Ghar se nikalne ki dua, ghar se bahar nikalne ki dua, bismillahi tawakkaltu alallah


    अरबी:-

    بِسْمِ اللّٰهِ، تَوَكَّلْتُ عَلَى اللّٰهِ، وَلَا حَوْلَ وَلَا قُوَّةَ إِلاَّ بِاللّٰهِ 

    बिस्मिल्लाहि, तवक्कल्तु अलल्लाहि, व ला हौला व ला कुव्वता इल्ला बिल्लाह।

     

    हिंदी:-

    अल्लाह के नाम पर, मैंने अपना भरोसा अल्लाह पर रखा है, अल्लाह के सिवा कोई ताकत कोई कुवत नहीं है।


    2.2. Ghar se nikalne ki dua | घर से निकलने की दुआ 

    Ghar se bahar nikalne ki dua, ghar se nikalne ki dua


    अरबी:-

    اللّٰـهُمَّ إِنِّيْ أَعُوْذُ بِكَ أَنْ أَضِلَّ، أَوْ أُضَلَّ، أَوْ أَزِلَّ، أَوْ أُزَلَّ، أَوْ أَظْلِمَ، أَوْ أُظْلَمَ، أَوْ أَجْهَلَ، أَوْ يُجْهَلَ عَلَيَّ 

    अल्लाहुम्मा इन्नी अऊज़ु बिका' अन् अधिल्ला औ उधल्ला' औ अज़िल्ला औ उज़ल्ला' औ अज़लिमा औ उज़लमा' औ अजहला औ युजहला अलय्या।


    हिंदी:-

    ऐ अल्लाह, मैं तेरी पनाह चाहता हूँ, कि कहीं ऐसा न हो कि मैं दूसरों को गुमराह करूँ या मैं दूसरों से गुमराह हो जाऊंँ, कहीं ऐसा न हो कि मैं दूसरों का नुकसान करूँँ या दूसरे मेरा नुकसान करें, कहीं ऐसा ना हो कि मैं दूसरों पर जुल्म करू या दूसरे मुझ पर जुल्म करें, कहीं ऐसा ना हो कि मैं बेवकूफों जैसा बर्ताव करूँँ या दूसरे मुझसे बेवकूफों जैसा बर्ताव करें।


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